मेरे इस ब्लॉग पर हमारे भारतीय तथा पूरे विश्व सिनेमा की गतिविधियों पर मैं हिंदी में लिख रहा हूँ! इसमें फ़िल्मी हस्तियों पर मेरे लेख तथा नई फिल्मों की समीक्षाएं भी शामिल है! - मनोज कुलकर्णी (पुणे).
Wednesday 9 June 2021
दो तरक़्क़ीपसंद शायर!
"बोल कि लब आज़ाद हैं तेरे.." लिखनेवाले वहां के फैज़ अहमद फैज़!
और..
"जो बात कहते डरते हैं सब, तू वह बात लिख.." कहनेवाले यहाँ के जावेद अख़्तर!
सरहद के उस-इस तरफ़ के, दोनों मुल्कों में मक़बूल इन तरक़्क़ीपसंद शायरों की एकसाथ दुर्लभ तस्वीर!
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