Thursday 24 June 2021


आज संत कबीर दास जी की जयंती पर उन्हें नमन करके मैंने ये दोहें लिखें हैं..

पैसा, शोहरत के पीछे भागती यह दुनियाँ
इंसान, प्यार भूलती जा रही है यह दुनियाँ


- मनोज 'मानस रूमानी'

दीवानगी यहाँ ख़ूबसूरती की जिसे है कुछ ही उम्र
अहमियत नहीं यहाँ हुनर की जो की रहेगा ताउम्र


- मनोज 'मानस रूमानी'

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