इनको कहते है संस्कारक्षम श्रेष्ठ कलाकार.!!
गायिका आशा भोसलेजी को नमश्कार करने के लिए अपने बेटे हमीद को कहनेवाले आदर्श रफीसाहब यहाँ दिख रहे है.!
(दूसरों की श्रद्धा की कुछ परवाह न करके 'आवाज की तकलीफ़' के नख़रे करनेवाले आजके कुछ बनचुके गायक-कलाकारों ने इससे पाठ लेना चाहिए!)
रफीसाहब को शतशः प्रणाम.!!!
- मनोज कुलकर्णी
No comments:
Post a Comment