हमारें अज़ीम और अज़ीज़ शख़्सियत!!
हमारे पहले प्रधानमंत्री 'भारतरत्न' पंडित जवाहरलाल नेहरू जी और महान गायक..
जनाब मोहम्मद रफ़ी जी की अनौपचारिक मुलाकात की यह दुर्लभ तस्वीर!
"मेरी आवाज़ सुनो..प्यार का राग सुनो..
मैंने एक फ़ूल जो..सीने पे सज़ा रखा था..
उसके परदे में तुम्हे दिल से लगा रखा था!"
मरहूम शायर कैफ़ी आज़मी जी ने यह नज़्म लिखी थी..पंडित नेहरू साहब के लिए!
और रफ़ी साहब ने अपनी दर्दभरी आवाज़ में यह गायी थी!
पंडितजी के स्मृतिदिन पर यह आदरांजली!!
- मनोज कुलकर्णी
मैंने एक फ़ूल जो..सीने पे सज़ा रखा था..
उसके परदे में तुम्हे दिल से लगा रखा था!"
मरहूम शायर कैफ़ी आज़मी जी ने यह नज़्म लिखी थी..पंडित नेहरू साहब के लिए!
और रफ़ी साहब ने अपनी दर्दभरी आवाज़ में यह गायी थी!
पंडितजी के स्मृतिदिन पर यह आदरांजली!!
- मनोज कुलकर्णी