Thursday 28 September 2023


अपने भारतीय सिनेमा की मशहूर दिग्गज अदाकारा वहीदा रहमान जी को 'दादासाहब फाल्के अवॉर्ड' जाहिर होना यह समयोचित ही लगता है!

इस वक़्त न जाने क्यों मुझे उनका गुरुदत्त जी की फ़िल्म 'प्यासा' का.. "जाने क्या तूने कही..जाने क्या मैने सुनी बात कुछ बन ही गई.." गाना याद आया!

उनको मुबारक़बाद!!

- मनोज कुलकर्णी

Tuesday 26 September 2023

१९९५ में फिल्म करियर के ५० साल पुरे होने पर
देवसाहब ने मनाये जश्न में उनके साथ मैं!

जन्मशताब्दी 'प्रेमपुजारी' देव आनंद की!

 
आज सदाबहार अभिनेता-फ़िल्मकार देव आनंद जी का १०० वा जनमदिन!

हमेशा जवाँ रूमानी रहा यह 'प्रेमपुजारी' आराम से लाईफ सेंचुरी मार लेगा ऐसा लगा था..ख़ैर अब "खोया खोया चाँद.." गाकर आसमाँ में चाँदनियों के साथ घूमता होगा!

आज मुझे याद आ रहा है १९९५ में अपने फिल्म करियर के ५० साल पुरे होने के अवसर पर देवसाहब ने पुणे में मनाया बड़ा जश्न! इसमें उन्होंने यहाँ..वह 'प्रभात स्टूडियो' में काम करते वक्त की पुरानी यादों को ताज़ा किया..और नई फिल्म का प्रीमियर भी किया। दो दिन के उनकी इस सफर में हम मीडिया के लोग भी साथ में थे। आखिर में उन्होंने अपनी सालगिरह की जंगी पार्टी दी, जो इतनी झूम के चली की..वह जाने लगे तो हमारे बम्बई के फिल्म पत्रकार दोस्त नें उन्हीके गाने में कहाँ "अभी ना जाओ छोड़कर.."

मुझे यह भी याद है की गोवा में 'इफ्फी' (हमारा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह) शुरू हुआ तो देव आनंदजी वहां तशरीफ़ लाए थे! उनसे प्रेस कॉन्फरन्स में ख़ूब बातें हुई..तब मैंने उनसे पूछा "देवसाहब, क्या आपको लगता है 'मैं ज़िन्दगी का साथ निभाता चला गया..' यह गाना साहिरसाहब ने आप ही के लिए लिखा हो?"..उसपर वह झट से अपने अंदाज़ में बोले "बिलकुल मेरे लिए ही था!..दैटस द वे आय लिव!"..उसके बाद इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने न्यूज़ में वह कैचलाईन बनाई!!

ऐसे हमेशा जवाँदिल रहे कलाकार को यह सुमनांजलि!!

- मनोज कुलकर्णी