Friday 14 February 2020

हुस्न-ए-जन्नत ऐसा होता है मेहरबाँ कभी..
जमीं पर उतरती हैं तब हुस्नपरी ऐसी कभी!


- मनोज 'मानस रूमानी'


'मलिका-ए-हुस्न' मुमताज़ जहाँ 'मधुबाला' का आज जनमदिन!

आदाब अर्ज़ हैं!!


- मनोज कुलकर्णी