मेरे इस ब्लॉग पर हमारे भारतीय तथा पूरे विश्व सिनेमा की गतिविधियों पर मैं हिंदी में लिख रहा हूँ! इसमें फ़िल्मी हस्तियों पर मेरे लेख तथा नई फिल्मों की समीक्षाएं भी शामिल है! - मनोज कुलकर्णी (पुणे).
Monday 31 December 2018
Thursday 27 December 2018
महान शायर मिर्ज़ा ग़ालिब साहब!
“हैं और भी दुनिया में सुख़न्वर बहुत अच्छे..
कहते हैं कि ग़ालिब का है अन्दाज़-ए बयां और”
..ऐसा जिनका ज़िक्र होता है वह.. फ़ारसी तथा उर्दू भाषा के सर्वकालिन महान शायर..मिर्ज़ा असद-उल्लाह बेग खां 'ग़ालिब' साहब का आज २२१ वा जनमदिन!
तुर्क मूल से ताल्लुक रखनेवाले असद उल्लाह बेग खान का जनम आगरा में..
२७ दिसंबर, १७७६ को सैनिकी परिवार में हुआ था! पिता के जल्द गुजर जाने के बाद.. ईरान से आए शख़्स से उन्होंने छोटी उम्र में फ़ारसी सीखी..और उर्दू के साथ फ़ारसी में अपनी काव्य प्रतिभा को उजागर करना शुरू किया!
ग़ालिब नाम से लिखने वाले मिर्ज़ा साहब की शायरी में रूमानीयत के साथ नाजुक पहलूं पर भाष्य होता था..जैसे की..
"जब वो जमाल-ए-दिल फरोज़,
सुरते-मेहर-नीमरोज
आप ही हो नजारा-सोज..
पर्दे में मुँह छिपाये क्यों?"
और
"दिल ही तो है न संग-ओ-ख़िश्त
दर्द से भर न आये क्यों?"
मुग़ल काल के आख़िरी शासक बहादुर शाह जफ़र के दरबारी कवि रहे मिर्ज़ा ग़ालिबजी को इस कलाप्रेमी शहेंशाह ने १८५० में 'दबीर-उल-मुल्क' और 'नज्म-उद-दौला' इन खिताबों से नवाज़ा था!
निकाह के बाद दिल्ली आए मिर्ज़ा ग़ालिबजी की ग़ज़लों में जीवन बिताने की कश्मकश बयां होती रही.. जैसे की..
"हजारो ख्वाहिशें ऐसी की हर ख़्वाहिश पे दम निकले
बहुत निकले मेरे अरमां..लेकिन कम निकले!"
ग़ालिब साहब इंसानको मज़हबसे ऊपर समझते थे और ईद, दिवाली अपनी शायराना अंदाज़से मनाते थे!
ग़ालिब साहब को खास कर उनकी उर्दू ग़ज़लों के लिए याद किया जाता है..जैसे की..
"दिल-ए-नादाँ तुझे हुआ क्या है
आखिर इस दर्द की दवा क्या है"
सम्मानित 'मिर्ज़ा ग़ालिब' (१९५४) फ़िल्ममें उनकी शायरीको भारत भूषण और सुरैय्या ने बख़ूबी पेश कियाँ! |
मिर्ज़ा ग़ालिब साहब १५ फरवरी, १८६९ को यह जहाँ छोड़ गए!..जीवन की सच्चाई उन्होंने ऐसी बयां की..
"मैं नादान था जो वफ़ा को तलाश करता रहा 'ग़ालिब'..
यह न सोचा के एक दिन अपनी साँस भी बेवफा हो जाएगी"
उन्हें मेरा सलाम!!
- मनोज कुलकर्णी
Wednesday 26 December 2018
Sunday 23 December 2018
मक़बूल पाकिस्तानी शायर..क़तील शिफ़ाई!
शायर..क़तील शिफ़ाई! |
इस अवसर पर..उन्हीकी शायरी याद करते है...
विसाल की सरहदों तक आ कर जमाल तेरा पलट गया है
वो रंग तू ने मेरी निगाहों पे जो बिखेरा पलट गया है
कहाँ की ज़ुल्फ़ें कहाँ के बादल सिवाए तीरा-नसीबों के
मेरी नज़र ने जिसे पुकारा वही अँधेरा पलट गया है
न छाँव करने को है वो आँचल न चैन लेने को हैं वो बाँहें
मुसाफ़िरों के क़रीब आ कर हर इक बसेरा पलट गया है
मेरे तसव्वुर के रास्तों में उभर के डूबी हज़ार आहट
न जाने शाम-ए-अलम से मिल कर कहाँ सवेरा पलट गया है
मिला मोहब्बत का रोग जिस को 'क़तील' कहते हैं लोग जिस को
वही तो दीवाना कर के तेरी गली का फेरा पलट गया है!
शिफ़ाई साहब को सलाम!!
- मनोज कुलकर्णी
Saturday 15 December 2018
प्रिया वारियर 'गूगल' पर सबसे मशहूर!
इस साल की शुरुआत में साऊथ इंडियन फ़िल्म की ख़ूबसूरत नवयुवा प्रिया वारियर का आयब्रौं को दोनों तरफ ऊपर-नीचे हिलाकर, आँख मार कर नवयुवा प्रेमी को प्रतिसाद देना ने जैसे ग़दर मचा!
बहुचर्चित मलयालम फिल्म 'ओरु अडार लव' में प्रिया वारियर और रोशन! |
अब 'गूगल' से ख़बर आयी हैं की..२०१८ में इंटरनेट पर सबसे ज्यादा तलाशा जानेवाली प्रिया वारियर नंबर वन रहीं हैं!
तो २२ फरवरी, २०१८ को मेरे इस ब्लॉग 'मनोज कुलकर्णी ('चित्रसृष्टी') पर प्रसिद्ध हुआ मेरा वह लेख "ये आँखें उफ़ युम्मा.." आप इस लिंक में देखें: https://manojchitrasrushti.blogspot.com/2018/02/
- मनोज कुलकर्णी
Tuesday 11 December 2018
बहोत ख़ूब!!!
हमारे भारतीय सिनेमा के दिग्गज श्रेष्ठ अभिनेता दिलीप कुमार साहब का आज ९६ वा जनमदिन!
बहोत कुछ कहनेवाली इस तस्वीर में..सदी के महानायक अमिताभ बच्चन और आज के सुपरस्टार शाहरुख़ ख़ान उनके साथ हैं..इसमें ऐसा लगता हैं की अभिनय सम्राट दिलीप कुमार जी से वह अब भी अदाकारी की तालीम ले रहें हैं!
सालगिरह मुबारक़ यूसुफ़साहब!!
- मनोज कुलकर्णी
Thursday 6 December 2018
'इफ्फी' दिल्ली का एक महत्वपूर्ण लम्हा!
दिल्ली की 'बेस्ट चीफ मिनिस्टर' रहीं श्रीमती शीला दीक्षित मैडम के साथ वहां के 'इफ्फी' में मै! |
हमारा आंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह ('इफ्फी') तब दिल्ली के 'सीरी फोर्ट' में शान से हुआ करता था! ख़ैर, दिलवाली दिल्ली की बात ही कुछ और!!
देश की 'बेस्ट चीफ मिनिस्टर' से श्रीमती शीला दीक्षितजी सम्मानित हुई! अब
८० साल की उम्र में मार्गर्दर्शक की स्थिती में कार्यरत मैडम को अच्छी सेहत
के लिए शुभकामनाएं!!
- मनोज कुलकर्णी
- मनोज कुलकर्णी
Saturday 1 December 2018
अखियाँ लड़ी परदेसीयोंसे!!!
बॉलीवुड स्टार प्रियंका चोपड़ा और अमरीकन सिंगर-एक्टर निक जोनस..रूमानी होते हुएँ! |
हुस्न-आवाज की मलिका सुरैय्या और हॉलीवुड के
हैंडसम स्टार ग्रेगरी पैक की रूमानी मुलाक़ात!
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सदाबहार अभिनेता शशी कपूर और ब्रिटिश एक्ट्रेस
जेनिफर केंडल..सफल वैवाहीक जीवन!
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इसके बाद अपनी मलिका-ए-हुस्न मधुबाला से जुडी रोमांचक कहानी हैं! १९५० के दौर में न सिर्फ भारत में बल्कि आंतरराष्ट्रीय स्तर पर वह मशहूर हुई थी! तब 'ऑस्कर' सम्मानित हॉलीवुड के मशहूर फ़िल्मकार फ्रैंक काप्रा उसकी खूबसूरती के क़ायल होकर उसे मिलने बंबई आएं और अपनी फील्म में काम करने की इच्छा उससे जाहीर की। मधुबाला भी हॉलीवुड में अपने जलवें दिखाना चाहती थी; लेकिन उसके वालिद को यह मंजूर नहीं था..जिन्होंने दिलीपकुमार से भी उसका प्यार सफल होने नहीं दिया!
फ़िल्मकार व्ही. शांताराम की खूबसूरत बेटी और अभिनेत्री राजश्री
अमरिकन ग्रेगरी चैपमैन से विवाहबद्ध होते हुएं!
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इसमें सदाबहार अभिनेता शशी कपूर और ब्रिटिश एक्ट्रेस जेनिफर केंडल की कहानी सफल हुई। १९५६ में उनकी मुलाकात कोलकोता में हुई..जब दोनों अपने थिएटर ग्रुप्स में काम कर रहें थे। शशीजी अपने पिता पृथ्विराज कपूर के और जेनिफरजी उनके पिता जिओफ्रे केंडल के 'शेक्सपिअरन ग्रुप' में! उनमें प्यार हुआ और कुछ पारीवारिक कठिनाइयां दूर करके १९५८ में उन्होंने शादी की! बाद में उन्होंने एकसाथ फिल्मों में काम भी किया।
इसके बाद और एक सफल आंतरराष्ट्रीय प्रेमकहानी हुई! मराठी एवं भारतीय सिनेमा के ख्यातनाम फ़िल्मकार व्ही. शांताराम की खूबसूरत बेटी और ('गीत गाया पत्थरोंने' प्रसिद्ध) अभिनेत्री राजश्री की! १९६७ के दौरान जब वह अमरिका में राज कपूर के साथ 'अराउंड द वर्ल्ड' की शूटिंग कर रही थी..तब वहां के ग्रेगरी चैपमैन से उसकी मुलाकात हुई और दोनों में प्यार हुआ। तीन साल बाद कुछ ही फ़िल्में करके राजश्री ने उसके साथ विवाह किया और हमेशा के लिए अमरिका चली गयी। कहते है पाँच दिन उनकी शानदार शादी का समारोह चल रहा था! पिछले तीस साल दोनों वहां कपडे का अच्छा बिज़नेस चलाते हैं, लेकिन सिनेमा में उसकी रूचि बरक़रार हैं!
बॉलीवुड की डिंपल्स ब्यूटी प्रीति ज़िंटा और
अमरीकन जीन गुडइनफ..शादीशुदा!
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ख़ैर, प्रियंका चोपड़ा और निक जोनस को मेरी शुभकामनाएँ!!
- मनोज कुलकर्णी
['चित्रसृष्टी']
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