मेरे इस ब्लॉग पर हमारे भारतीय तथा पूरे विश्व सिनेमा की गतिविधियों पर मैं हिंदी में लिख रहा हूँ! इसमें फ़िल्मी हस्तियों पर मेरे लेख तथा नई फिल्मों की समीक्षाएं भी शामिल है! - मनोज कुलकर्णी (पुणे).
Tuesday 25 May 2021
'आँधी में भी हम खिल सकतें हैं..'
ख़ूबसूरत फूल समझा रहा है हमें!
- मनोज 'मानस रूमानी'
चक्रवात के बाद हमारे बंगले के बगीचे में खिला सुंदर फूल.. विपरीत परिस्थिति में भी खिलने की प्रेरणा देता है!
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