Thursday 8 July 2021


अदाकारी का सुहाना सफर करके
वो चले गए हमें तन्हां छोड़ कर
यहाँ के बेताज़ बादशाह के लिये
शायद ऊपर सजाया होगा तख़्त


- मनोज 'मानस रूमानी'


अपने पुरे हिन्दोस्ताँ के अदाकारी के शहंशाह यूसुफ़ ख़ान याने दिलीपकुमार साहब इस जहाँ से रुख़सत हुए।

तहे दिल से अलविदा अज़ीज़ यूसुफ़ साहब!

- मनोज कुलकर्णी

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