मेरे इस ब्लॉग पर हमारे भारतीय तथा पूरे विश्व सिनेमा की गतिविधियों पर मैं हिंदी में लिख रहा हूँ! इसमें फ़िल्मी हस्तियों पर मेरे लेख तथा नई फिल्मों की समीक्षाएं भी शामिल है! - मनोज कुलकर्णी (पुणे).
Sunday, 25 July 2021
सिर्फ़ सिनेमा बसा था उनकी रूह-सांस में
ज़िंदगी भर वे उसी की हिफ़ाज़त करते रहे
रहनुमा थे वे हम सिनेमा के मुसाफ़िर के..
रहे उनके नक़्श-ए-क़दम इस पर लिखते!
- मनोज 'मानस रूमानी'
हर साल गुरुपूर्णिमा के दिन हम याद करते हमारे आदर्श फ़िल्म हिस्टॉरियन..आदरणीय पी. के. नायर साहब को! 🙏
No comments:
Post a Comment