"भारत की बात सुनाता हूँ.."
'पूरब और पश्चिम' (१९७०) मेँ मनोज कुमार.
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"है प्रीत जहाँ की रीत सदा
मैं गीत वहां के गाता हूँ..
भारत का रहने वाला हूँ..
भारत की बात सुनाता हूँ.."
ऐसा कहकर अपनी देशभक्तीपर फिल्मों में आदर्शवादी किरदार निभानेवाले.. 'भारतकुमार' याने की हमारे मनोज कुमार साहब का ८१ वा जनमदिन संपन्न हुआ!
इस वक्त हाल ही में गुजरे नीरज जी का जो गीत मनोजसाहब ने सोहनलाल कँवर की
फिल्म 'पेहचान' (१९७०) में साकार किया था वह याद आया..यह गाया था मुकेश जी
ने जिनका परसो जनमदिन था...
"बस यहीं अपराध मैं हर बार करता हूँ
आदमी हूँ आदमी से प्यार करता हूँ.."
आज के सामाजिक हालात पर यह उचित हैं!
'भारतकुमार' मनोजकुमार साहब की मैंने दो बार ली हुई मुलाकातें मेरे 'चित्रसृष्टी' विशेषांकों में प्रसिद्ध हुई थी!
वह मैंने पिछले सालों में यहाँ पोस्ट भी की थी!
मेरी उनके साथ की यह तस्वीर!
उनको हार्दिक शुभकामनाएं!!
"आदमी हूँ आदमी से प्यार करता हूँ.."
'पेहचान' (१९७०) में मनोज कुमार!
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"बस यहीं अपराध मैं हर बार करता हूँ
आदमी हूँ आदमी से प्यार करता हूँ.."
आज के सामाजिक हालात पर यह उचित हैं!
'भारतकुमार' मनोजकुमार साहब की मैंने दो बार ली हुई मुलाकातें मेरे 'चित्रसृष्टी' विशेषांकों में प्रसिद्ध हुई थी!
वह मैंने पिछले सालों में यहाँ पोस्ट भी की थी!
मेरी उनके साथ की यह तस्वीर!
उनको हार्दिक शुभकामनाएं!!
- मनोज कुलकर्णी
['चित्रसृष्टी', पुणे]
['चित्रसृष्टी', पुणे]
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