एक्सक्लुजिव्ह!
रफ़ी जी की आवाज़ में परदेपर किशोर कुमार!
हमारे अज़ीज़ श्रेष्ठ गायक मोहम्मद रफ़ी जी और गायक-अभिनेता किशोर कुमार जी! |
गायक-अभिनेता किशोर कुमार जी का आज ९२ वा जनमदिन!
'शरारत' (१९५९) फ़िल्म के मोहम्मद रफ़ी जी ने गाए.. "अजब हैं दास्ताँ तेरी ये ज़िंदगी.." गाने में किशोर कुमार! |
पहला है 'रागिनी' (१९५८) फ़िल्म का "मन मोरा - बावरा.." यह क्लासिकल गीत जो किशोर कुमार ने परदे पर सितार लिए सादर किया था! जां निसार अख़्तर जी ने लिखा यह गीत ओ. पी. नय्यर जी के संगीत में रफ़ी साहब ने खास गाया था।
'रागिनी' (१९५८) फ़िल्म के मोहम्मद रफ़ी जी ने गाए। "मन मोरा बावरा.." गीत में किशोर कुमार! |
दूसरा है 'शरारत' (१९५९) फ़िल्म का "अजब हैं दास्ताँ - तेरी ये ज़िंदगी.." यह दर्दभरा गीत जो किशोर कुमार ने परदेपर ट्रैजेडी क्वीन मीना कुमारी के सामने दुखभरे भाव से साकार किया था! हसरत जयपुरी ने लिखा यह गीत शंकर-जयकिशन के संगीत में रफ़ी साहब ने ही गाया था।
मीठी रूमानी आवाज़ के साथ क्लासिकल और दर्दभरे गीत गाने में भी रफ़ी साहब माहिर थे। इसीलिए किशोर कुमार जी ने भी उनकी आवाज़ में परदे पर अभिनय - किया!
खैर, दोनों को आदरांजलि!!
- मनोज कुलकर्णी
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