Sunday 25 October 2020


"हम ग़मज़दा हैं..लाएं कहाँ से खुशी के गीत
देंगे वोही..जो पाएंगे इस ज़िंदगी से हम..!"

ऐसा अंदाज़-ए-बयाँ था यथार्थवादी शायर साहिर लुधियानवी जी का!

उनको ४० वे स्मृतिदिन पर सुमनांजली!

- मनोज कुलकर्णी

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