Saturday 4 August 2018

'इफ्फी' में विशाल भारद्धाज के साथ मैं!
"बीड़ी जलाई ले, जिगर से पिया
जिगर मा बड़ी आग है.."

इस तरह के गुलजारजी के गाने अपनी '('ओंकारा' जैसी) फिल्मों में बख़ूबी चलानेवाले संगीतकार-फ़िल्मकार विशाल भारद्धाज वाकई में ऐसे हरफ़नमौला है!
गुलज़ारजी के साथ विशाल भारद्धाज!


गुलज़ारजी की फिल्म 'माचिस' (१९९६) से संगीतकार की हैसियत से विशाल भारद्धाज का उनसे साथ रहा है..जो फिर खुद फ़िल्मकार बनने के बाद उनके गीत अपने फिल्मों में लेकर उसने बरक़रार रखा!
'ओंकारा' (२००६) का "बीड़ी जलाई ले.." पेश करती बिपाशा बासु!
'हैदर' (२०१४) के "बिस्मिल बिस्मिल.." गाने मेँ शाहीद कपूर!

शेक्स्पीरियन ट्राइलॉजी की उसकी ('मक़बूल'/२००३ और ''ओंकारा'/२००६ के बाद) तीसरी फिल्म 'हैदर' (२०१४) के "बिस्मिल बिस्मिल.." इस मशहूर गाने से वह जारी है..!


मैं इन दोनों को अकसर फिल्म फेस्टिवल्स और संबंधित कार्यक्रमों में मिलता आ रहा हूँ!




आज विशाल भारद्धाज का जनमदिन है..
उसे मुबारकबाद!!


- मनोज कुलकर्णी
['चित्रसृष्टी', पुणे]

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