Monday 21 March 2022

समाँ आशिक़ाना हो
दिल शायराना हो

दीदार-ए-हुस्न हो
रूमानी ग़ज़ल हो!


- मनोज 'मानस रूमानी'


(जिनका मृदु कवि मन हैं उनको 'वर्ल्ड पोएट्री डे'✍️ मुबारक़!🌹)

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