Sunday, 10 October 2021

'कागज़ के फूल' (१९५९) फ़िल्म में गुरुदत्त जी!

'प्यासा' (१९५७) फ़िल्म में गुरुदत्त जी!
जिस साल आप यह जहाँ छोड़ गए
उसी साल हम इस जहाँ में आएं थे

संजीदगी, बेरुखी हम में छोड़ गए..
इसलिए हम दुनिया से ख़फ़ा रहते!


- मनोज 'मानस रूमानी'


(हमारे अज़ीज़ श्रेष्ठ अभिनेता एवं निर्देशक गुरुदत्त जी को उनके ५७ वे स्मृतिदिन पर मेरी यह शब्द-सुमनांजलि!)

- मनोज कुलकर्णी

No comments:

Post a Comment