Saturday 2 October 2021

"ओ मेरे शह-ए-ख़ूबाँ.."

ऐसा शायर हसरत जी ने जिनके लिए लिखा..वह थी १९६० और ७० के दशकों के अपने रूमानी भारतीय - सिनेमा की ख़ूबसूरत शोख़ अदाकारा..आशा पारेख!

उनको सालगिरह की मुबारक़बाद!

- मनोज कुलकर्णी

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