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'सुमन' फ़िल्ममें जया भादुड़ी का अल्हड़पन! |
कुछ साल हुए, मुझे 'एफटीआयआय' में वह फ़िल्म 'सुमन' देखने का मौका मिला। मदन बवेरिया लिखित-निर्देशित इस फ़िल्म के शुरू में उनका नाम (बांग्ला भाषा के मुताबिक़) सिर्फ "जोया" आता है। गांव की अल्हड़ लड़की की यह व्यक्तिरेखा, टैगोर की कहानियों पर प्रख्यात फ़िल्मकार सत्यजित राय ने बनायीं 'तीन कन्या' (१९६१) में से तीसरी, अपर्णा सेन ने साकार की मृण्मयी से मिलती है। लेकिन जया जी ने उसमे गहरा भावरंग भरा है!
हालांकि, इससे पहले, १५ साल की उम्र में जया भादुड़ी ने परदे पर पहली बार सत्यजित राय की बांग्ला फ़िल्म 'महानगर' (१९६३) में काम किया था। इसमें प्रमुख भूमिका में रही माधबी मुखर्जी के पति हुए अनिल चैटर्जी की बहन उसने साकार की थी। इस फ़िल्म के लिए सत्यजित राय को 'बर्लिन इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल' में अवार्ड मिला था।
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हृषिकेश मुख़र्जी की फ़िल्म 'गुड्डी' (१९७१) में लाजवाब जया भादुड़ी! |
आगे का उनका कमाल का अभिनय सफर तो पता है, जिसके बारे में मैंने पहले बड़ा आर्टिकल लिखा था।
ख़ैर, उन्हें शुभकामनाएं!!
- मनोज कुलकर्णी
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