Friday 23 April 2021

ताजमहल पर मुख़्तलिफ़ राय के दो शायर!!


हमारा ताजमहल दुनिया में 'मिसाल-ए-मोहब्बत' माना जाता हैं!

लेकिन उसपर दो अलग राय रहें ये दो जानेमाने शायर..
 
यथार्थवादी शायर साहिर लुधियानवी और रूमानी शायर शकील बदायुनी!

साहिर जी ने लिखा..
"एक शहंशाह ने दौलत का सहारा ले कर..
हम ग़रीबों की मोहब्बत का उड़ाया है मज़ाक़!"

तो शकील जी ने लिखा..
"एक शहंशाह ने बनवा के हसीं ताजमहल..
सारी दुनिया को मोहब्बत की निशानी दी है।"

ग़ौरतलब की, साहिर जी ने पुरानी 'ताजमहल' फ़िल्म के लिए "जो वादा किया वो निभाना पड़ेगा.." 
जैसे नग़्में लिखें। 

ख़ैर, हम जैसे आशिकाना मिज़ाज के जज़्बाती ताजमहल को 'मोहब्बत की लाजवाब मिसाल' ही मानते हैं!

- मनोज कुलकर्णी

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