मजरूह जी और लता जी!
अपनी सुरों की मलिका लता मंगेशकर जी ने गाया हुआ एक भावतरल गीत जिसे मशहूर शायर मजरूह सुल्तानपुरी जी ने लिखा था।
'ममता' (१९६६) फ़िल्म के लिए रोशन जी के संगीत में उन्होंने यह गाया था और जानीमानी अभिनेत्री सुचित्रा सेन पर फ़िल्माया गया था।
कुछ दिन पहले मैंने इसके बारे में लिखा था..अब लताजी गुज़र जाने के बाद यह उनके प्रमुख गीतों में सब जगह दिखा-सुना रहे हैं।
ख़ैर, मजरूहजी और लताजी ये दोनों अज़ीम और मेरे अज़ीज..जिनसे मैं मिला और उनका मुझे प्यार भी मिला!
आज मुझे उस नग़्मे के साथ इन दोनों की बहुत याद आ रही हैं!!
दोनों को सुमनांजलि!!
- मनोज कुलकर्णी
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