भारतीय सिनेमा की चित्रलेखा!
'चित्रलेखा' (१९६४) में ख़ूबसूरत मीना कुमारी! |
'साहिब बीबी और ग़ुलाम' (१९६२) में मीना कुमारी! |
'चित्रलेखा' (१९६४) में मीनाकुमारी और अशोक कुमार! |
'पाक़ीज़ा' (१९७२) में मीनाकुमारी! |
ऐसे कई मुख़्तलिफ़ क़िरदार अपने सशक्त अभिनय से जीवित करनेवाली..महजबीं बानो याने की अपने- भारतीय सिनेमा की बेहतरीन अदाकारा मीना कुमारी! उनकी आवाज़ में एक तरह का कंप था..दरअसल वो स्त्री की अंतर संवेदना को लेकर आती आवाज़ थी!
'कोहीनूर' (१९६०) में दिलीपकुमार और मीनाकुमारी! |
अपने सिनेमा के दिलीपकुमार ट्रैजेडी किंग तो मीनाकुमारी ट्रैजेडी क्वीन थी! दोनों को एक ही फ्रेम में देखना लाजवाब था!.. इसीलिए शायद 'कोहीनूर' (१९६०) में "दो सितारों का ज़मी पर हैं मिलन.." उनके लिए लिखा गया होगा!
ऐसा कहा जाएं की स्त्री चरित्र को अपने रूपहले परदे पर सबसे प्रभावी तरीकेसे साकार करनेवाली अपने भारतीय सिनेमा की मीना कुमारी वाकई में ख़ूबसूरत चित्रलेखा थी!
उनका ८६ वा जनमदिन हाल ही में हुआ! उन्हें मेरी सुमनांजली!!
- मनोज कुलकर्णी
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