Sunday 3 February 2019

गुरुदत्तजी की फिल्म 'चौदवी का चाँद' (१९६०) में उनके सामने वहिदा रहमान!
"चौदहवीं का चाँद हो...या आफताब हो...
जो भी हो तुम खुदा की कसम लाजवाब हो!"


भारतीय सिनेमा की बुजुर्ग तथा बेहतरीन अदाकारां वहिदा रहमानजी को ८१ वी सालगिरह मुबारक!

याद आ रहा है कुछ साल पूर्व फिल्म समारोह के दौरान उनसे मिलकर हुई बातचीत!

- मनोज कुलकर्णी

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