'झाँसी की रानी'..मेहताब और कंगना!
'मणिकर्णिका - द क्वीन ऑफ़ झाँसी' का पोस्टर! |
'झाँसी की रानी' (१९५३) का पोस्टर! |
'झाँसी की रानी' (१९५३) में मेहताब! |
'झाँसी की रानी' (१९५३) में सोहराब मोदी और मेहताब! |
पहले ब्लैक एंड वाइट में हुई और बाद में टेक्नीकलर में परिवर्तित भव्यता से बनी फिल्म 'झाँसी की रानी' (१९५३) की विशेषता यह भी थी की हॉलीवुड के तकनीकी जानकर इसमें सहभागी हुएं थें! इसमें प्रमुख थे प्रसिद्ध 'गॉन विथ द विंड' (१९३९) के 'ऑस्कर' प्राप्त सिनेमाटोग्राफर अर्नेस्ट हालेर.. जिनको यहाँ एम्. मल्होत्रा और वाय. डी सरपोतदार ने सहायता की थी। तथा इसका एडिटिंग किया था अंग्रेजी रुसेल लॉयड ने! फिर यह फ़िल्म १९५६ में 'टाइगर एन्ड द फ्लेम' नाम से अंग्रेजी में बाहर भी प्रदर्शित हुई!
'मणिकर्णिका-द क्वीन ऑफ़ झाँसी' के दृश्यों में जोशपूर्ण कंगना रनौत! |
"मेरी झाँसी नहीं दूँगी.s s.." यह गूँज दोनों फिल्मों में! लेकिन १९५३ की 'झाँसी की रानी' में परिपक्व दिखती मेहताब ने यह सुनाई; तो अब 'मणिकर्णिका' में अपने जोशीले अंदाज में कंगना ने!
आजादी के ७० साल पुरे किएँ अपने भारत में स्त्री शक्ति ऐसी ही अन्याय के विरुद्ध आवाज़ उठातीं रहें!!
- मनोज कुलकर्णी
('चित्रसृष्टी')
No comments:
Post a Comment