याद शायर निदा फ़ाज़ली और गज़ल गायक जगजीत सिंग की!
'सरफ़रोश' (१९९९) के "होशवालों को खबर क्या.." गाने में सोनाली बेंद्रे! |
बेखुदी क्या चीज है..,
इश्क किजे फिर समझिये
जिन्दगी क्या चीज है.."
..संजोग की बात है कि यह रुमानी गज़ल लिखनेवाले शायर निदा फ़ाज़ली साहब का आज प्रथम स्मृतिदिन हैं..और यह बखुबी गाने वाले यहाँ के 'गज़ल किंग' जगजीत सिंग साहब का आज जनम दिन हैं!
दोनों अब इस जहाँ में नहीं है!!
तरक्कीपसंद शायरी के साथ 'आप तो ऐसे ना थे' (१९८०) से 'इस रात की सुबह
नहीं' (१९९६) तक कई फिल्मो के गीत लिखने वाले निदा फ़ाज़ली साहब को
'पद्मश्री' से सम्मानित किया गया था! (मुझे याद है..
एक मुशायरे के दौरान उनसे मिलना!)
गज़ल गायन के साथ जगजीत सिंग साहब ने 'प्रेमगीत' (१९८१)
जैसीं फिल्मो के लिए संगीत-आवाज दी इसमें उन्होने गाया "होठों
से छू लो तुम मेरा गीत अमर कर दो.." यह रुमानी गीत लाजवाब!
वह 'पद्मभूषण' से सम्मानित हुए!
इन दोनों को मेरी यह सुमनांजली.!!
- मनोज कुलकर्णी
एक मुशायरे के दौरान उनसे मिलना!)
तरक्कीपसंद शायर निदा फ़ाज़ली जी! |
'गज़ल किंग' जगजीत सिंग जी! |
वह 'पद्मभूषण' से सम्मानित हुए!
इन दोनों को मेरी यह सुमनांजली.!!
- मनोज कुलकर्णी
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