Wednesday, 10 February 2021


चिम्पू..राजीव कपूर..
अब भी यकीन नहीं होता..तुम यह जहाँ छोड़ गए!

मेरी फ़िल्म पत्रकारिता का (३५ साल पहले) शुरुआती लेख मैंने उसपर लिखा था..
हूबहू अपने चाचा शम्मी कपूर की शक्ल और अंदाज़ में आया था तब वो!

अब भी याद हैं शुरूआती मिलना!!
अलविदा!!!

- मनोज कुलकर्णी

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