Friday 7 October 2022

"हमरी अटरिया पे आओ साँवरिया s
देखा-देखी बलम हुई जाए.."

यह पसंदीदा लाजवाब ठुमरी आज फिर से कानों में गूँजी जिसे गाया था..
'मल्लिका-ए-ग़ज़ल' से मशहूर अख़्तरी बाई फ़ैज़ाबादी याने बेग़म अख़्तर जी ने!


आज उन्हें यौम-ए-पैदाइश पर सुमनांजलि!!

- मनोज कुलकर्णी

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