Tuesday, 25 October 2022

"ये ज़िंदगी भी क्या है अमानत उन्हीं की है
ये शायरी भी क्या है इनायत उन्हीं की है!"


ऐसा 'दिल में किसी के प्यार का जलता हुआ दिया' रखकर लिखनेवाले हमारे अज़ीज़ साहिर लुधियानवी जी को उनके ४२ वे स्मृतिदिन पर सुमनांजलि!!

- मनोज कुलकर्णी

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