Wednesday 12 October 2022


मशहूर तरक़्क़ीपसंद शायर-गीतकार निदा फ़ाज़ली जी को यौम-ए-पैदाइश पर सलाम!

उनकी शायरी हमेशा समकालीन वास्तवदर्शी लगती हैं।

याद आ रहा हैं मुशायरा में उन्हें मिलना!

- मनोज कुलकर्णी

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