Friday, 28 October 2022

अपने भारतीय मूल के श्री. ऋषि सुनक अब ब्रिटेन के प्रधानमंत्री होंगे!..इससे पहले भारतीय मूल की श्रीमती.. कमला हैरिस अमेरिका की उपराष्ट्रपति बनीं!

इससे गर्व महसूस करनेवालों को हमारे भारत में विदेशी मूल की व्यक्ति का पीएम होना कैसे गवारा नहीं हुआ?

- मनोज कुलकर्णी

Thursday, 27 October 2022

थरूर प्रभावी नेतृत्व दे सकते थे!

'कांग्रेस' के नेता, लेखक शशि थरूर जी और 'कांग्रेस' के अध्यक्ष श्री. मल्लिकार्जुन खरगे जी!

वरिष्ठ अनुभवी नेता श्री... मल्लिकार्जुन खरगे जी कांग्रेस के नए अध्यक्ष चुन लिए गए यह स्वागतार्ह हैं! इससे अपनी 'भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस' इस सबसे पुरानी (और स्वंतंत्रता आंदोलन में सहभागी) पार्टी में लोकतंत्र हैं यह स्पष्ट किया हैं। हालांकि गांधी परिवार के बाहर के नेता भी कांग्रेस अध्यक्षपद पर विराजमान हुएं हैं। पर यह विरोधी हमेशा नज़रअंदाज़ करतें रहें।

'कांग्रेस' के पूर्व अध्यक्ष राहुल जी गांधी 'भारत जोड़ो यात्रा' में!
दरअसल, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सराहनीय काम किए नेता, लेखक शशि थरूर जी इन हालातों के मद्देनज़र इस पद पर प्रभावी हो सकतें थे। अपने व्यक्तित्व और ज्ञान से 'भाजपा' के नेतृत्व का असरदार सामना कर सकते थे। साथ ही पक्षपाती अंग्रेजी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर अपने इंग्लिश इंटलेक्चुअल डिबेट से हावी होते थे!

बहरहाल 'भारत जोड़ो यात्रा' से देशभर भ्रमण कर रहें और आम जनता का प्यार प्राप्त कर रहें 'कांग्रेस' के पूर्व अध्यक्ष राहुल जी गांधी का यह उपक्रम बहुत सराहनीय हैं। इससे कांग्रेस की धर्मनिरपेक्ष और समाजवादी सोच तथा जनता के सुखदुख में सहभागी होकर उनके लिए कार्य करने की भूमिका उजागर हो रहीं हैं। उन्हें मेरी हार्दिक शुभकामनाएं!!

 

साथ ही 'कांग्रेस' की महासचिव प्रियंका जी गांधी वाड्रा भी महिलाओं के और सामान्य लोगों के प्रश्नों पर आवाज़ उठाकर अच्छा समाजकार्य कर रहीं हैं। उनमे उनकी दादी और अपनी पूर्व प्रभावशाली प्रधानमंत्री इंदिरा जी गांधी की छवि नज़र आती हैं। उनकी तरह प्रियंका जी भी नेतृत्व के लिए आगे आई तो बहुत ख़ुशी होंगी!

'कांग्रेस' की महासचिव प्रियंका जी गांधी वाड्रा!

ख़ैर, मैं कोई राजनीतिक विशेषज्ञ नहीं और ना ही मुझे राजनीति में कोई दिलचस्पी! (मैं फ़िल्म पत्रकारिता में रहा हूँ!) लेकिन 'कांग्रेस' और इसकी विचारधारा का समर्थक होने के नाते इस पार्टी की स्थिति मजबूत होकर वह फिर से प्रभावी तरीके से उभर आने की सोच में यह व्यक्त हुआ हूँ!

अपने पूर्व प्रधानमंत्री पंडित नेहरू और गांधी परिवार के प्रति मेरी हमेशा से श्रद्धा रहीं हैं और रहेंगी!!


'कांग्रेस' के नए अध्यक्ष जी का अभिनंदन!!..और शुभकामनाएं!!!


- मनोज कुलकर्णी

Tuesday, 25 October 2022

"ये ज़िंदगी भी क्या है अमानत उन्हीं की है
ये शायरी भी क्या है इनायत उन्हीं की है!"


ऐसा 'दिल में किसी के प्यार का जलता हुआ दिया' रखकर लिखनेवाले हमारे अज़ीज़ साहिर लुधियानवी जी को उनके ४२ वे स्मृतिदिन पर सुमनांजलि!!

- मनोज कुलकर्णी

Wednesday, 19 October 2022

"तस्कीन-ए-दिल-ए-महज़ूँ न हुई,
वो सई-ए-करम फ़रमा भी गए।
इस सई-ए-करम को क्या कहिए,
बहला भी गए..तड़पा भी गए।।"


ऐसी जज़्बाती रूमानियत जिनकी कलम में थी वे थे, उर्दू के मशहूर शायर..असरार-उल-हक़ याने मजाज़ लखनवी!
ग़ज़ल, नज़्म में रूमानी और परिवर्तनवादी रचनाओं के लिए वे जाने जाते थे। 'आहंग', 'नज़र-ए-दिल', 'ख़्वाब-ए-सहर', 'वतन आशोब' और 'शब-ए-तर' ये उनकी किताबें प्रसिद्ध हैं!
जानेमाने फ़िल्म लेखक-गीतकार जावेद अख़्तर जी के वे मामू थे!


आज १११ वे यौम-ए-पैदाइश पर मजाज़ जी को सलाम!!


- मनोज कुलकर्णी

Wednesday, 12 October 2022


मशहूर तरक़्क़ीपसंद शायर-गीतकार निदा फ़ाज़ली जी को यौम-ए-पैदाइश पर सलाम!

उनकी शायरी हमेशा समकालीन वास्तवदर्शी लगती हैं।

याद आ रहा हैं मुशायरा में उन्हें मिलना!

- मनोज कुलकर्णी

Tuesday, 11 October 2022

इन अभिनय दिग्गजों को 'भारतरत्न' मिलें!


अपने विश्वविख्यात अभिनेतें दिलीपकुमार जी और अमिताभ बच्चन जी इन दोनों को 'भारतरत्न' बहाल होना चाहिए! जैसे २००१ में अपने संगीत क्षेत्र के दो दिग्गज लता मंगेशकर जी और बिस्मिल्लाह ख़ान जी को साथ में यह सम्मान बहाल किया गया था!

तो उसी तरह यह हमारी मनोकामना हैं!!


- मनोज कुलकर्णी

Friday, 7 October 2022

"हमरी अटरिया पे आओ साँवरिया s
देखा-देखी बलम हुई जाए.."

यह पसंदीदा लाजवाब ठुमरी आज फिर से कानों में गूँजी जिसे गाया था..
'मल्लिका-ए-ग़ज़ल' से मशहूर अख़्तरी बाई फ़ैज़ाबादी याने बेग़म अख़्तर जी ने!


आज उन्हें यौम-ए-पैदाइश पर सुमनांजलि!!

- मनोज कुलकर्णी

Tuesday, 4 October 2022


'गांधीवादी विचारधारा' की सबसे बड़ी उपलब्धि.. ब्रिटिश कलाकारों द्वारा उनपर बनी फ़िल्म..
इसमें अभिनेता बेन - किंग्सले को गांधीजी की भूमिका समझाते निर्देशक रिचर्ड एटनबरो!
'गाँधी' (१९८२) फ़िल्म को.. ४० वी वर्षगांठ पर ट्रिब्यूट!!

- मनोज कुलकर्णी

 

Sunday, 2 October 2022

"ओ नी सुल्ताना रे s
प्यार का मौसम आया.."

रूपहले परदेपर ऐसा प्यार-संगीत भरा समां तब होता था जब वो वहां होती थी..

हाल ही में 'दादासाहेब फाल्के' पुरस्कार से सम्मानित..अपने रूमानी भारतीय सिनेमा के स्वर्ण युग की उस शोख़ ख़ूबसूरत अदाकारा..

आशा पारेख जी का आज ८० वा जनमदिन!

याद आ रही हैं मेरी उनसे अच्छी मुलाक़ात!

उन्हें मुबारक़बाद!!

- मनोज कुलकर्णी