"आसमाँ के नीचे, हम आज अपने पीछे
प्यार का जहां बसा के चले.."
अपने रूमानी भारतीय सिनेमा के जानेमाने अभिनेता-फ़िल्मकार देव आनंद जी यहाँ.. अपनी सुरों की मलिका लता मंगेशकर जी को उनके इस एक मशहूर गीत में शायद यह कह रहें होंगे ऐसा लगता हैं!
हालांकि, अब "आसमाँ में.." ऐसा कहते रहेंगे क्योंकि..वे दोनों उसी जहाँ में होंगे!
आज देवसाहब का ९९ वा जनमदिन और लताजी का जनमदिन परसों है!
सदाबहार देव आनंद अभिनीत फिल्मों के लिए लताजी ने गाएं ऐसे कई गीत मन में गूँज रहें हैं..
"तेरा मेरा प्यार अमर.."
"आज फिर जीने की तमन्ना हैं.."
इसमें हमारे अज़ीज़ और अज़ीम फ़नकार मोहम्मद रफ़ी जी के साथ लताजी ने गाएं ऐसे डुएट्स हैं..
"तस्वीर तेरी दिल में.."
"दिल पुकारे, आरे आरे.."
मेरा इन दोनों को मिलना यादगार रहां हैं!
उनको सुमनांजलि!!
- मनोज कुलकर्णी
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