Saturday 3 September 2022

अबलाओं पर हो रहे दर्दनाक हमलों का निषेध करते वक़्त मुझे साहिर के 'प्यासा' के "जिन्हे नाज़ हैं.." गीत की "मदद चाहती है.." पंक्तियाँ याद आयी!

- मनोज कुलकर्णी

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