Monday 11 January 2021

यथार्थ जीवनवादी साहित्यकार!



ख्यातनाम मराठी साहित्यकार वि. स. खांडेकर जी का आज १२३ वा जनमदिन!



'ज्ञानपीठ पुरस्कार' प्राप्त करनेवाले वे पहले मराठी साहित्यकार थे।

'अमृतवेल' और बहुसम्मानित 'ययाति' जैसे उनके उपन्यास जीवन के प्रति देखने की दृष्टी देतें हैं।

कुछ मराठी, तेलुगु, तमिल और हिंदी फ़िल्में भी उनकी साहित्यकृतियों पर बनी। उनमे 'छाया' (१९३६), ज्वाला' (१९३८), 'देवता' (१९३९), 'अमृत', 'धर्मपत्नी' (१९४१) और 'परदेशी' (१९५३) शामिल हैं।


अखिल भारतीय मराठी साहित्य संमेलनाध्यक्ष और 'साहित्य अकादमी पुरस्कार', 'पद्मभूषण' से वे सम्मानित हुएं!

उन्हें विनम्र सुमनांजलि!!

- मनोज कुलकर्णी

 

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