शर्मिला, हेमा और धर्मेंद्र..'देवदास'!
'मेरे हमदम मेरे दोस्त' (१९६८) फ़िल्म में शर्मिला टैगोर और धर्मेंद्र! |
ये दोनों 'अनुपमा' (१९६६), 'मेरे हमदम मेरे दोस्त' (१९६८), 'सत्यकाम', 'यक़ीन' (१९६९) और 'एक महल हो सपनों का' (१९७५) ऐसी लगभग आठ फिल्मों में साथ छा गएँ।
हालांकि धर्मेंद्र की रोमैंटिक हिट जोड़ी ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी के साथ रही और दोनों ने करीब ३० फ़िल्में साथ की। तो शर्मिला टैगोर की इंटेंस रोमैंटिक हिट जोड़ी पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना के साथ ही रही और दोनों ने लगभग ९ फ़िल्में साथ की।
फिर भी धरम-शर्मिला की जोड़ी कामयाब रही! इस जोड़ी की और दो फिल्में साथ हो सकती थी; लेकिन कुछ वजहों से हो न सकी। इसमें एक थी 'चैताली'..जो जानेमाने फ़िल्मकार बिमल रॉय बनानेवाले थे, पर वो गुज़र गए। बाद में, उनके सहायक रहे हृषिकेश मुख़र्जी ने वह १९७५ में बनायीं। लेकिन चाहते हुए भी वो धरम-शर्मिला से बना न सके और उसमे उन्हें सायरा बानू को लेना पड़ा!
नहीं बनी फ़िल्म 'देवदास' के सेट पर धर्मेंद्र, हेमा मालिनी और गुलज़ार! |
आज यह सब याद आया!
ख़ैर, उनको मुबारक़बाद!!
- मनोज कुलकर्णी
No comments:
Post a Comment