Tuesday 8 December 2020

शर्मिला, हेमा और धर्मेंद्र..'देवदास'!

नहीं बनी फ़िल्म 'देवदास' के पोस्टर में हेमा मालिनी, धर्मेंद्र और शर्मिला टैगोर!

अपने लोकप्रिय भारतीय सिनेमा के जानेमाने अदाकार धर्मेंद्र (८५) और शर्मिला टैगोर (७५+) इनकी आज सालगिरह!
'मेरे हमदम मेरे दोस्त' (१९६८) फ़िल्म में शर्मिला टैगोर और धर्मेंद्र!

ये दोनों 'अनुपमा' (१९६६), 'मेरे हमदम मेरे दोस्त' (१९६८), 'सत्यकाम', 'यक़ीन' (१९६९) और 'एक महल हो सपनों का' (१९७५) ऐसी लगभग आठ फिल्मों में साथ छा गएँ।

हालांकि धर्मेंद्र की रोमैंटिक हिट जोड़ी ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी के साथ रही और दोनों ने करीब ३० फ़िल्में साथ की। तो शर्मिला टैगोर की इंटेंस रोमैंटिक हिट जोड़ी पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना के साथ ही रही और दोनों ने लगभग ९ फ़िल्में साथ की।
 
फिर भी धरम-शर्मिला की जोड़ी कामयाब रही! इस जोड़ी की और दो फिल्में साथ हो सकती थी; लेकिन कुछ वजहों से हो न सकी। इसमें एक थी 'चैताली'..जो जानेमाने फ़िल्मकार बिमल रॉय बनानेवाले थे, पर वो गुज़र गए। बाद में, उनके सहायक रहे हृषिकेश मुख़र्जी ने वह १९७५ में बनायीं। लेकिन चाहते हुए भी वो धरम-शर्मिला से बना न सके और उसमे उन्हें सायरा बानू को लेना पड़ा!

नहीं बनी फ़िल्म 'देवदास' के सेट पर धर्मेंद्र, हेमा मालिनी और गुलज़ार!
इनकी दूसरी फ़िल्म जो हो न सकी वह थी 'देवदास'! १९७६ में सृजनशील फ़िल्मकार - गुलज़ार ने शरतचंद्रजी की इस लोकप्रिय उपन्यास को अपनी दृष्टी से परदे पर लाना चाहा। उनकी लिखी पटकथा पर - कैलाश चोपड़ा निर्मित इस फ़िल्म का मुहूर्त भी हुआ था। इसमें उन्होंने कास्टिंग की थी धर्मेंद्र-देवदास, हेमा मालिनी-पारो, शर्मिला टैगोर-चंद्रमुखी! दरअसल, नृत्यकुशल हेमा चंद्रमुखी होनी चाहिए थी और संवेदनशील शर्मिला पारो!

आज यह सब याद आया!
ख़ैर, उनको मुबारक़बाद!!

- मनोज कुलकर्णी

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