Wednesday 3 May 2023

ज़र्द-सहाफ़त के इस खुशामदी दौर में 👏
चल रहीं हैं आज़ाद क़लम मुश्किल से 🤔

- मनोज 'मानस रूमानी'✍️

['विश्व प्रेस आजादी दिवस' पर!]


(ज़र्द-सहाफ़त = सनसनीखे़ज़ पत्रकारिता!)

No comments:

Post a Comment