"मेरी आवाज़ सुनो..प्यार का राज़ सुनो..
मैंने एक फूल जो सीने पे सजा रखा था..
उसके परदे मैं तुम्हे दिल से लगा रखा था
था जुदा सबसे मेरे इश्क़ का अंदाज़ सुनो.!"
हमारे आज़ाद धर्मनिरपेक्ष भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू जी को उनके १३२ वे जनमदिन पर सलाम!
- मनोज कुलकर्णी
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