Saturday 27 June 2020

"आप की नज़रों ने समझा 
प्यार के क़ाबिल मुझे.."

इस नग़्मे के आगे के अशआऱ अब कैसे कह सकते हैं?

'स्वरसम्राज्ञी' लता मंगेशकरजी और ग़ज़ल के राजा मौसिक़ार मदन मोहन जी की ये बहोत कुछ बयां करनेवाली दुर्लभ तस्वीरें!

"माई री मैं कासे कहूँ.." यह इन दोनों ने साथ गाया नग़मा इससे याद आता हैं!

हमें तो लगता हैं लताजी के मन में मदनजी के जनमदिन पर यही नग़मा होगा..

"तू जहाँ जहाँ चलेगा मेरा साया साथ होगा.."

- मनोज कुलकर्णी

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