Wednesday 21 February 2018

'सरस्वती चन्द्र' (१९६८) के "छोड़ दे सारी दुनिया किसीके लिए." गीत में नूतन!

श्रेष्ठ अभिनेत्री नूतन!


"छोड़ दे सारी दुनिया किसी के लिए
ये मुनासिब नहीं आदमी के लिए..
प्यार से भी ज़रूरी कई काम हैं..
प्यार सब कुछ नहीं जिंदगीके लिए!"


भारतीय सिनेमा की सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्रियों में से एक नूतन जी ने साकार किया हुआ 'सरस्वती चन्द्र' (१९६८) इस क्लासिक फ़िल्म का यह भावोत्कट गीत! उनके बेहतरीन किरदारों में से यह एक जो आदर्शवाद की ऊँचाई दर्शाता है..और दिल को छू लेता है!
(लता मंगेशकर जी ने गाए हुए मेरे पसंदीदा गीतों में से यह एक!)


'सरस्वती चन्द्र' इस गोवर्धनराम त्रिपाठी के गुजराथी उपन्यास पर गोविंद सरैया ने निर्देशित की इस (कई सम्मान प्राप्त) फ़िल्म में १९ वी सदी में देश में प्रचलित जहागिरदारी व्यवस्था में भारतीय नारी का शोषण दिखाया गया है!

इसे अब ५० साल पुरे हुए हैं; लेकिन परिस्तिथी में अब भी कुछ ख़ास परिवर्तन नहीं आया है!
'सरस्वती चन्द्र' (१९६८) में नूतन और मनीष!



यह किरदार परदेपर जीने वाली प्रतिभाशाली अभिनेत्री नूतन जी को उनके २७ वे स्मृतिदिन पर सुमनांजली!!

- मनोज कुलकर्णी
['चित्रसृष्टी', पुणे]

No comments:

Post a Comment