मेरे इस ब्लॉग पर हमारे भारतीय तथा पूरे विश्व सिनेमा की गतिविधियों पर मैं हिंदी में लिख रहा हूँ! इसमें फ़िल्मी हस्तियों पर मेरे लेख तथा नई फिल्मों की समीक्षाएं भी शामिल है! - मनोज कुलकर्णी (पुणे).
Monday, 20 January 2025
बेदाद के अफ़सानें जो दबें होतें थें
मंटो की कलम से वे बयां होतें थे!
- मनोज 'मानस रूमानी'
(समाज की वास्तविकता से जुड़े उर्दू के मशहूर कहानीकार सआदत हसन मंटो जी को हाल ही में हुए उनके ७० वे स्मृतिदिन पर सलाम!)
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