सरोद की वह हसीन शाम..!
यह वाक़या उस वक़्त काफ़ी मशहूर हुआ..
प्रिंस चार्ल्स के साथ ख़ूबसूरत प्रिंसेस डायना जब अपने भारत आयी थी..तब उनके सम्मान में उस्ताद अमजद अली ख़ान के सरोद वादन का प्रोग्राम रखा गया था। लेकिन दिल्ली की ठंड़ कोमल डायना को कुछ ज़्यादा लगने लगी। यह खाँसाहब को महसूस हुआ और उन्होंने तुरंत अपनी शॉल हसीन डायना को पेश की!
बाद में मीडिया ने उस शॉल के साथ डायना की तस्वीर दिखाकर जैसे बवाल खड़ा किया!
लेकिन शरीफ़ खाँसाहब से कला की दुनिया वाकिफ़ थी।
फ़िर वह रॉयल कपल जाते समय ब्रिटिश एम्बेसी ने जब वह शॉल खाँसाहब को वापस करनी चाही..
तब उनकी पत्नी ने यह कह कर उन्हें रुख़सत किया की,..
"हमारे यहाँ भेट दी हुई चीज़ वापस नहीं लेते!"
आज हमारी प्रिय डायना जी के जनमदिन पर यह बात याद आयी!
ऐसे अपने महान कलाकार और महान हिंदुस्तानी तहज़ीब!!
- मनोज कुलकर्णी
लेकिन शरीफ़ खाँसाहब से कला की दुनिया वाकिफ़ थी।
फ़िर वह रॉयल कपल जाते समय ब्रिटिश एम्बेसी ने जब वह शॉल खाँसाहब को वापस करनी चाही..
तब उनकी पत्नी ने यह कह कर उन्हें रुख़सत किया की,..
"हमारे यहाँ भेट दी हुई चीज़ वापस नहीं लेते!"
आज हमारी प्रिय डायना जी के जनमदिन पर यह बात याद आयी!
ऐसे अपने महान कलाकार और महान हिंदुस्तानी तहज़ीब!!
- मनोज कुलकर्णी
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