Saturday, 14 June 2025

कौन क्या जाने सफर कहाँ ले जा रहा है उन्हें
ज़िंदगी से ही रुख़सत किए जानेवाला है उन्हें!

- मनोज 'मानस रूमानी'

(विमान दुर्घटना पर शोक!)

Monday, 26 May 2025


अब के हालातों के मद्देनज़र शायर साहिर को याद करनेवाली 'अंजुमन' का परसों पुणे में आयोजन किया गया था! यहाँ 'वल्लरी बुक कैफ़े' में हुई इस महफ़िल में मैंने मेरी शायरी पढ़ी! मेरे अच्छे तार्रुफ़ के लिए 'अंजुमन' के श्री. अंजुम लखनवी जी का शुक्रिया!

- मनोज कुलकर्णी (मानस रूमानी)

Saturday, 24 May 2025

"वो तो कहीं हैं और मगर
दिल के आस पास..
फिरती है कोई शह
निगाह-ए-यार की तरह.."

शायर और गीतकार मजरूह सुलतानपुरी जी की याद आज उनके २५ वे स्मृतिदिन पर आयी!


''तुम जो हुए मेरे हमसफर रस्ते बदल गये.." या "तुमने मुझे देखा होकर मेहरबान.." जैसे रुमानी गीत हो, "हम हैं मता-ए-कुचा ओ बाजार कि तरह.." जैसी नज्म हो.. उनकी शायरी को हमेशा सराहा है!

याद आ रहा है..मजरूह साहब को एक मुशायरे के दौरान मैं मिला था..तब प्यार से उन्होने सर पर हाथ रखा था!
🙏
- मनोज कुलकर्णी
   (मानस रूमानी)

Wednesday, 21 May 2025

वतन के लिए आप की शहादत
हरदम याद करता हैं हिंदुस्तान!

- मनोज 'मानस रूमानी'


हमारे धर्मनिरपेक्ष देश के अज़ीज़ पूर्व प्रधानमंत्री 'भारतरत्न' श्री. राजीव जी गांधी का आज ३४ वा स्मृतिदिन!

इसी समय अब की कठिन घड़ी में याद आती हैं उनकी माताजी, हमारे देश की पूर्व शक्तिशाली एवं प्रभावशाली प्रधानमंत्री 'भारतरत्न' श्रीमती इंदिरा जी गांधी की!

इनको मेरी विनम्र श्रद्धांजलि!!

- मनोज कुलकर्णी

Wednesday, 14 May 2025

 ना हो जंग!

परेशान रहती हैं अवाम यहाँ-वहाँ
ना बिछड़े किसी से कोई यहाँ-वहाँ

ना देखा जाता दुख किसीका यहाँ-वहाँ
ना जाएं किसी की भी जान यहाँ-वहाँ

ना करे कहीं कोई जंग यहाँ-वहाँ
बातचीत से हल निकले यहाँ-वहाँ

इंसानियत की हिफ़ाज़त हो यहाँ-वहाँ
भाईचारा-प्यार स्थापित हो यहाँ-वहाँ

- मनोज 'मानस रूमानी'

Thursday, 8 May 2025


नाज़ है तुझपर मेरे हिन्दुस्तान
जिसकी हैं ये आँखें निगहबान!

- मनोज 'मानस रूमानी'

(हमारी इंडियन आर्मी को ऑपरेशन सिंदूर की बधाई!)

Monday, 28 April 2025

कब तक करोंगे बहस धर्म-मज़हब पर 🤔
गुज़र जाएगी ज़िंदगी बग़ैर किए प्यार! 💔

- मनोज 'मानस रूमानी'