'तस्वीर-ए-हिंद' दिखाती शानदार शख़्सियत!
टेलीविज़न हिंदी समाचार जगत के वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ जी गुज़र जाने की ख़बर से सदमा पहुंचा!
इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर एक विश्वसनीय पत्रकारिता का चेहरा थे विनोद दुआ! दूरदर्शन पर प्रणॉय रॉय (अंग्रेजी में) के साथ उनका (हिंदी में) चुनावी विश्लेषण का कार्यक्रम काफी मशहूर हुआ। बाद में उनके 'एनडीटीवी' पर भी वार्तालाप के कई प्रोग्राम होते रहें।
हिंदी समाचार जगत में चार दशकों से ज़्यादा उनका अनूठा सफर रहा। निष्पक्ष और साफ सुधरी पत्रकारिता की वे मिसाल रहे। 'पद्मश्री' से वे सम्मानित हुए थे!
वे एक अनोखी शख़्सियत थे, जिनको राजनीति के अलावा बाकी भी कई विषयों में रूचि थी। जैसे साहित्य, शायरी, सिनेमा से संगीत, नृत्य तक! सफर और खाने के शौकीन उनके 'विनोद दुआ लाइव' के साथ 'ज़ायका इंडिया का' जैसे कार्यक्रम भी रंजक रहें।
कुछ महिने पहले गुज़र गयी उनकी पत्नी के साथ उनका महफ़िलों में गाना लाजवाब होता था!
मुझे अब भी याद है पच्चीस साल पहले की दिल्ली में हुए अपने आंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह 'इफ्फी' की शानदार पार्टी में उनसे हुई मुलाक़ात और दिलख़ुलास बातें!
अलविदा दुआ जी!!
- मनोज कुलकर्णी
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