Monday 25 September 2017

दिलीप-देव-राज: अलग अंदाज़ की मशहूर त्रयी!!!


भारतीय सिनेमा के सुवर्णकाल की मशहूर त्रिमूर्ति..दिलीप कुमार, देव आनंद और राज कपूर!

पहला प्यार में सबकुछ खोनेवाला 'देवदास' (दिलीप कुमार) तो दूसरा 'प्रेम पुजारी' (देव आनंद) और तिसरा 'आवारा' प्रेमी (राज कपूर).



इनमें सिर्फ दिलीप कुमार अपनी खुद की मेथड एक्टिंग डेवलप करके भारतीय सिनेमा के ट्रैजडी किंग बने!

बाकी देव आनंद ने फेमस अमेरिकन एक्टर ग्रेगोरी पैक की इमेज को अपनाया; तो राज कपूर ब्रिटिश एक्टर चार्ली चैपलिन के ट्रैम्प पर चले!

इन तिनों को मिलने का अवसर मुझे मिला..इसमें दिलीप कुमार और देव आनंद जी से लगातार हुई मुलाकातें सबसे यादगार रहीं! दोनों की इंग्लिश उच्च प्रती की; लेकिन लहेजा अलग! देवसाहब एकही दम में लम्बी लाईन अपने स्टाईल में बोलनेवाले; तो दिलीपसाहब बार बार पॉज लेकर बड़े बड़े शब्द इस्तिमाल करने वाले..इसमें भी उनकी खानदानी उर्दू सुनने की बात ही कुछ और! तहज़ीब तो कलाकार उनसे सीखे!

इसमें राज कपूर अपने ही धुंद में रहनेवाले 'सिर्फ कलाकार' ही थे, जिसमें उनकी परदे पर जो इमेज थी उससे वास्तव में अलग मुझे नजर आए! तो देवसाहब का जैसा अंदाज़ परदे पर था वैसा ही मस्तमौला आम जिंदगी में..घुलमिल कर दिल से बात करते थे!

 युसूफसाहब (दिलीप कुमार) के दो बार जब मैंने एक्सक्लूजिव इंटरव्यू लिए, तब कलाकार और इंसान भी वह कितने बड़े है इसका मुझे अहसास हुआ!

तीस साल से भी ज्यादा मेरी सिने पत्रकारिता में..इन तीनों अभिनेताओं पर मैंने आज तक बहोत लिखा है!!

- मनोज कुलकर्णी
['चित्रसृष्टी', पुणे]

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