Monday, 20 January 2025


बेदाद के अफ़सानें जो दबें होतें थें
मंटो की कलम से वे बयां होतें थे!

- मनोज 'मानस रूमानी'

(समाज की वास्तविकता से जुड़े उर्दू के मशहूर कहानीकार सआदत हसन मंटो जी को हाल ही में हुए उनके ७० वे स्मृतिदिन पर सलाम!)

- मनोज कुलकर्णी

Friday, 3 January 2025


हो..तमन्ना पूर्ति का
उम्मीद, उमंग से भरा
प्यार-भाईचारे से खिला
मुबारक यह साल नया!

- मनोज 'मानस रूमानी'