Saturday 16 December 2023

अलविदा..जूनियर महमूद!!


"भाईजान ने हमें यह नाम दिया!"
अपने भारतीय सिनेमा के 'कॉमेडी किंग' मेहमूद जी के बारे में बड़ी इज़्ज़त से कहा करते थे..जूनियर महमूद जिनका असल में नाम नईम सय्यद था!

'कॉमेडी किंग' मेहमूद जी के साथ जूनियर महमूद!
महमूद जी की मिमिक्री खूब किया करते थे वे! 'ब्रह्मचारी' (१९६८) फ़िल्म में "हम काले हैं तो क्या हुआ दिलवाले हैं.." गाना
उसी लहजे में पेश करना या उनकी डायलॉग डिलिव्हरी हो! महमूद जी की फ़िल्म 'बॉम्बे टू गोवा' (१९७२)  में उन दोनों का सीन कमाल था!

ऐसे ही 'घर घर की कहानी' (१९७०) फ़िल्म के "ऐसा बनूँगा एक्टर मैं यारों.." गाने में जूनियर महमूद ने देव आनंद, राज कपूर और दिलीप कुमार इनका अंदाज़ बखूबी पेश किया! वैसे ही पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना के साथ 'आन मिलो सजना' (१९७०) फ़िल्म के "जवानी ओ दीवानी तू ज़िंदाबाद.." गाने में और 'कारवाँ' (१९७१) में जितेंद्र के साथ की केमिस्ट्री भी!

लगभग २५० फिल्मों में जूनियर महमूद जी ने काम किया था। हाल ही में उनका दुखद इंतक़ाल हो गया!

इस वक्त याद आयी कई साल पहले उन्होंने बनाई 'मस्करी' (१९९१) इस मराठी फ़िल्म के वक्त उनसे हुई मुलाक़ात! तब पुणे में हम फ़िल्म पत्रकारों के साथ उनकी जमी महफिल हंसी के फव्वारे भरी रही !


ख़ैर, सुपरस्टार बालकलाकार कहे जानेवाले उन्हें अलविदा!!

- मनोज कुलकर्णी

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