श्रेष्ठ कवि और गायक परिवारों का मिलाप!
भारतीय सिनेमा की जानीमानी ख़ूबसूरत अदाकारा..शर्मिला टैगोर! |
अपने रूमानी भारतीय सिनेमा के सुवर्ण काल की जानीमानी ख़ूबसूरत अदाकारा..शर्मिला टैगोर जी को 'मास्टर दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार' जाहीर हुआ हैं।
स्वरसम्राज्ञी..लता मंगेशकर जी! |
वैसे लताजी ने रबीन्द्रनाथजी का यह मशहूर बांग्ला गीत गाया है..
"जोड़ी तोर डाक शुने केऊ ना
असे तोबे एकला चोलो रे.."
'मेरे हमदम मेरे दोस्त' (१९६८) के "चलो सजना.." गाने में शर्मिला टैगोर! |
"चलो सजना जहाँ तक घटा चले..लगा कर मुझे गले.."
मजरूह जी का लिखा यह गीत लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल जी ने संगीत बद्ध किया था फ़िल्म 'मेरे हमदम मेरे दोस्त' (१९६८) के लिए। और संजोग की बात यह की प्यारेलाल शर्मा जी को भी इस साल यह पुरस्कार घोषित हुआ है।
इनको मुबारक़बाद!!
- मनोज कुलकर्णी
No comments:
Post a Comment