ऐ मेरे हमसफ़र..!
मैंने आमिर की नौजवान होने के बाद की फ़िल्म कैरियर रूबरू देखी हैं! १९८४ में केतन मेहता की आर्ट फ़िल्म 'होली' की शूटिंग पुणे के फ़िल्म इंस्टिट्यूट (एफटीआयआय) में हुई थी और इसमें आमिर एक अहम भूमिका में काम कर रहा था। तब मै कॉलेज में पढता था और मैंने (टीनएज में ही) सिनेमा पर लिखना शुरू किया था! फ़िल्म इंस्टिट्यूट में मेरा अक्सर जाना होता था। तो तब मैंने वहां उस फ़िल्म की शूटिंग देखी। साथ में केतन जी और आमिर से बातें भी हुई!
'क़यामत से क़यामत तक' (१९८८) फ़िल्म में जूही चावला और आमिर ख़ान! |
तब से लेकर आमिर ख़ान का परफेक्शनिस्ट एक्टर होने तक, यह सफर सराहनीय रहा हैं! उसके फ़िल्म कैरियर के (बाल कलाकार से अब तक) ५० साल पुरे हुएं ऐसा कह सकते! मुझे भी फ़िल्म जर्नलिज्म में (१९ साल की उम्र से) आकर ४० साल हो गए हैं!!
ख़ैर, आमिर खान को सालगिरह मुबारक़!!
- मनोज कुलकर्णी