कव्वाली की रूमानियत पेश किए वो
मुल्क की एकता की नसीहत दिए वो!
- मनोज 'मानस रूमानी'
(अपने भारतीय सिनेमा के लाजवाब अदाकार ऋषि कपूर जी को दूसरे स्मृतिदिन पर याद करतें!)
मेरे इस ब्लॉग पर हमारे भारतीय तथा पूरे विश्व सिनेमा की गतिविधियों पर मैं हिंदी में लिख रहा हूँ! इसमें फ़िल्मी हस्तियों पर मेरे लेख तथा नई फिल्मों की समीक्षाएं भी शामिल है! - मनोज कुलकर्णी (पुणे).
उर्दू के मशहूर शायर..शकील बदायूँनी जी! |
'लीडर' (१९६४) में ताज-महल के गाने में वैजयंतीमाला और दिलीपकुमार! |
फ़िल्म 'लीडर' (१९६४) में ताजमहल के आगोश में खूबसूरत वैजयंतीमाला जी और अपने अदाकारी के शहंशाह युसूफ ख़ान याने दिलीपकुमार जी ने इसे पेश किया था।
संगीतकार नौशाद जी, गायक मोहम्मद रफ़ी जी और गीतकार शकील बदायूँनी जी! |
मुशायरे में अपनी शायरी पेश करतें शकील बदायूँनी जी! |
थोर भारतीय समाज सुधारक एवं सत्य शोधक समाज के संस्थापक महात्मा जोतिबा फुले जी की आज जयंती!
उनपर बनी फ़िल्म का मुहूर्त अपने भारतीय घटना के शिल्पकार डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर जी की उपस्थिति में होना जैसे स्वर्ण पल था..यहाँ उसकी दुर्लभ तस्वीर हैं! (१९५४ में साहित्यिक आचार्य अत्रे जी ने बनाई इस फ़िल्म 'महात्मा फुले' में बाबुराव पेंढारकर जी ने वह भूमिका निभाई थी। ये भी इसमें दिखाई दे रहें हैं।)
इनको सलाम!!
- मनोज कुलकर्णी
लखनऊ में जन्मी माया जी का शुरू से अभिनय तथा रंगभूमी की तरफ रुझान था। वहां 'संगीत - नाटक अकादमी' के पुरस्कार भी उन्होंने जीतें। बहरहाल, बचपन से कविता लिखने का शौक उन्हें कवी संमेलन और बाद में एक गीतकार की हैसियत से सिनेमा क्षेत्र में लाया।
हेमा मालिनी जी का बैले ‘मीरा’! |