Sunday 4 April 2021

अपनी गंगा-जमुनी तहज़ीब की मिसाल!


अपने किसी भी मंगल कार्य में जिसके बिना रंगत नहीं आती वह है..
उस्ताद बिस्मिल्लाह ख़ान की शहनाई!

 
लाजवाब खाँसाहब!

- मनोज कुलकर्णी

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