आम तौर पर सभी सालगिरह पर मुबारकबाद देने के लिए सालोंसाल गाए जाने वाला यह गाना..आनंद बक्षी ने लिखा और लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल के संगीत में..मोहम्मद रफ़ी ने लाजवाब गाया हुआ।..'फ़र्ज़' (१९६७) फ़िल्म के बर्थडे पार्टी में यह जितेंद्र ने जिसके लिए गाया था वो थी बबिता..और आज वाकई में उसी (बुज़ुर्ग हुई) बबिता जी का जनमदिन है, तो फिर से उनके लिए याद आया।
करिश्मा कपूर और बबिता जी! |
वे थी 'फ़र्ज़' (१९६७), 'औलाद' (१९६८), 'अनमोल मोती' (१९६९), 'बनफूल', 'बिखरे- मोती' (१९७१) और 'एक- हसीना दो दीवानें' (१९७२).
बबिता जी और रणधीर कपूर की दोनों बेटियाँ करिश्मा और करीना बॉलीवुड में हिट रही। इसमें करिश्मा अपनी माँ की जैसी दिखती हैं!
ख़ैर, उनका सालगिरह का मशहूर गाना उन्हें पेश करके मुबारक़बाद!!
- मनोज कुलकर्णी
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