Wednesday 29 April 2020

इरफ़ान..आप नाम की तरह इल्म और तहज़ीब की मिसाल थे!

इस नासमझ अजीब माहौल में..इंसानियत की हिफ़ाज़त के लिए आपकी जरूरत थी!


आपको अलविदा कैसे करू?

मेरे अज़ीज अदाकार!!


- मनोज कुलकर्णी

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